भारत मे ना जाने कितने सारे तयौहार मनाये जाते है जिनमे से एक रछा बंधन है
रछा बंधन ये एक ऐसा तयोहार है जिससे भाई और बहन बीच पयार बना रहता हैा ये तयोहार भाई -बहन के पवित्र कि याद दिलाता है ये पव् पूरे भारत मे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैा इस दिन बहन अपने भाई कि कलाई पर एक रेशम धागा बंधति हैा और भाई से अपनी सुरछा करने को कहती हैा और भाई भी उसे वचन देता उसकी रछा का ये सब बस एक धागे के बांधने से नही होता बलकि उस रिशते पर भरोसा रखने से होता हैा और यही भरोसा वनाये रखने के लिए ये तयोहार हर साल मनाया जाता हैा
भाई बहन के इस पवित्र बंधन को रछा बंधन कहा जाता हैा लेकिन आज के समय मे भाई का सिफ् राखी बंधने वाली बहनो कि ही मदद करना फज् हैा और वो बहन जो सड़क पर अकेली होती हैा उसकी मदद करना फज् नही हैा
अपनी बहन से राखी बंधवाते हो और दूसरो कि बहन को छेड़ते हो तब तुमहे अपनी बहन की रछा याद नही आती आज तुम किसी कि बहन के साथ गलत करोगे तो कल को तुमहरी बहन के साथ भी ऐसा हो सकता हैा कयोकि अपना किया एक ना एक दिन अपने सामने जरूर आता हैा तो दूसरो कि बहन को भी अपनी बहन समझो ा
मेरी तरफ से आप सभी को रछा बंधन की हादिक शुभकामनाऐ
<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script>
<script>
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({
google_ad_client: "ca-pub-1334957856548929",
enable_page_level_ads: true
});
</script>
रछा बंधन ये एक ऐसा तयोहार है जिससे भाई और बहन बीच पयार बना रहता हैा ये तयोहार भाई -बहन के पवित्र कि याद दिलाता है ये पव् पूरे भारत मे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैा इस दिन बहन अपने भाई कि कलाई पर एक रेशम धागा बंधति हैा और भाई से अपनी सुरछा करने को कहती हैा और भाई भी उसे वचन देता उसकी रछा का ये सब बस एक धागे के बांधने से नही होता बलकि उस रिशते पर भरोसा रखने से होता हैा और यही भरोसा वनाये रखने के लिए ये तयोहार हर साल मनाया जाता हैा
भाई बहन के इस पवित्र बंधन को रछा बंधन कहा जाता हैा लेकिन आज के समय मे भाई का सिफ् राखी बंधने वाली बहनो कि ही मदद करना फज् हैा और वो बहन जो सड़क पर अकेली होती हैा उसकी मदद करना फज् नही हैा
अपनी बहन से राखी बंधवाते हो और दूसरो कि बहन को छेड़ते हो तब तुमहे अपनी बहन की रछा याद नही आती आज तुम किसी कि बहन के साथ गलत करोगे तो कल को तुमहरी बहन के साथ भी ऐसा हो सकता हैा कयोकि अपना किया एक ना एक दिन अपने सामने जरूर आता हैा तो दूसरो कि बहन को भी अपनी बहन समझो ा
मेरी तरफ से आप सभी को रछा बंधन की हादिक शुभकामनाऐ
<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script>
<script>
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({
google_ad_client: "ca-pub-1334957856548929",
enable_page_level_ads: true
});
</script>
No comments:
Post a Comment